मछली मारने के लिए लगाया विस्फोटक मर गया मगरमच्छ

दतिया/ बसई। बेतवा नदी में मछली मारने के लिए लगाए गए विस्फोटक के चलते एक मगरमच्छ की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपित पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर मगरमच्छ के शव को पीएम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार वनविभाग के अधिकारियों को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी, कि कुछ लोग बेतवा नदी में मगरमच्छ का शिकार कर रहे हैं। प्राप्त सूचना के आधार पर परिक्षेत्र दतिया के वन परिक्षेत्र सहायक बसई के साथ अन्य वन अमले को मौके पर भेजा। वहीं मृत मगरमच्छ नर जाति का था। इसकी लंबाई 5 फुट 10 इंच थी। इसका मौके पर पंचनामा, जब्तीनामा तैयार कर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत नामदर्ज वन अपराध प्रकरण कायम किया गया। इसमें श्रीलाल पुत्र दिन्नाू प्रजापति, फूल सिंह पुत्र श्रीलाल प्रजापति निवासी बबीलर हाल निवास ग्राम हीरापुर बसई को मौके से गिरफ्तार किया गया। वन विभाग विभाग द्वारा मगरमच्छ के शव को पीएम के लिए भेजा गया।


 

पिता-पुत्र हैं अपराधी


सूत्रों की माने तो अपराधी दोनों पिता-पुत्र बबीना के पास किसी गांव के रहने वाले हैं। वहीं मछली पकड़ने के लिए ग्राम हीरापुर की बेतवा नदी के किनारे लगभग 1 साल से रह रहे हैं। मछली मारने का काम करता था। सोमवार की सुबह भी उसने मछलियों को मारने के लिए ही डायनामाइट लगाया था। तभी एक मगरमच्छ मर गया। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को दी। सूचना मिलने पर डिप्टी रेंजर पीपी सिंह अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपितों को कब्जे में लिया।


 

मछली मारने के लिए करते हैं विस्फोटक का प्रयोग


बसई माताटीला डेम से लगा हुआ है। इसके कारण मछलियों और मगरमच्छों की आमद बेतवा नदी में अधिक रहती है। कई बार मगरमच्छ इन गांवों में आकर लोगों नुकसान भी पहुंचा देते है। लोगों की माने तो बेतवा नदी के किनारे रहने वाले अधिकांश लोग यहां मछलियां मारने का काम करते हैं। इसके लिए वे डायनामाइट का प्रयोग भी करते हैं।


इन गांवों में भी पकड़ी जाती है मछलियां


बसई क्षेत्र के हीरापुर के अलाव अन्य और भी गांव है। इनमें मछली पकड़ने के लिए विस्फोटक का प्रयोग किया जाता है। बताया जाता है, कि विस्फोटक से ज्यादा तादात में मछलियां मरती हैं। वहीं मकडारी, देवगढ़, हीरापुर के अलावा अन्य एक दो और गांवों में भी विस्फोटक सामग्री का प्रयोग किया जाता है।


मुखबिर से सूचना मिली थी, कि एक मगरमच्छ का शिकार किया गया है। मौके पर दल को भेजकर आरोपित और शव दोनों को बरामद कर लिया गया है। मगरमच्छ के शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है।


प्रियांशी राठौड़, डीएफओ दतिया।