ग्वालियर । रविवार सुबह कोहरे की चादर व ओस की बूंदे देख लोगों को एक बार फिर कड़कड़ाती सर्दी का अहसास हुआ। लेकिन सूरज की किरणों निकलते ही कोहरा चलता बना। दिन में तीखी धूप ने उत्तर की ओर से चलने वाली हवाओं से राहत दी। लेकिन मौसम ने ठंडक का अहसास करवा दिया, जिससे न्यूनतम तापमान में 1.7 डिसे की गिरावट के साथ दर्ज की गई। हालांकि तीखी धूप से अधिकतम तापमान में 0.5 डिसे की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय का कहना है कि होली के त्यौहार पर मौसम साफ रहेगा। लेकिन त्योहार निकलने पर 11, 12 मार्च को फिर से पश्चिमी विक्षोभ के चलते बूंदाबांदी और कहीं-कहीं ओले गिरने के आसार बन सकते हैं। रविवार को अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री दर्ज किया गया। आर्द्रता 91 प्रतिशत रही, बारिश 28.3 मिलीमीटर दर्ज की गई। हवाएं 4 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलीं।
5 साल बाद मार्च माह में कोहरा-
मौसम वैज्ञानिक उपाध्याय का कहना है कि 2015 में 4 मार्च तक 19.4 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जबकि 2015 में मार्च माह में 127.6 मिमी दर्ज की गई । इसके बाद इस बार 2020 मार्च माह में 8 मार्च तक 28.3 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश होने से मौसम में नमी बढ़ती है, हवा में नमी बढ़ने से कोहरा बनने की स्थिति निर्मित हो जाती है।
पश्चिम एशिया से चलने वाली हवाएं करवाती हैं बारिश-
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार इन दिनों पश्चिम एशिया की ओर से चलने वालीं हवाएं (पश्चिमी विक्षोभ) हिमालय से टकराती हुईं मध्य भारत की ओर से निकलती हैं। राजस्थान पहुंचते-पहुंचते हवाएं चक्रवात बनातीं हैं और साथ लेकर आए बदल बारिश करते है। जबकि बारिश के मौसम में चक्रवात बंगाल की खाड़ी में बनता है और वहीं से आने वाली हवाएं बारिश कराती हैं, जबकि ठंड के मौसम में पश्चिम एशिया से हवाएं चलती हैं।
मार्च में इस तरह हुई बारिश-
दिनांक बारिश(मिमी में)
1मार्च 1.2
2मार्च निल
3-4 मार्च 6.9
5-6 मार्च 20.0
7मार्च 0.2
8मार्च निल
इस तरह चला दिन का तापमान-
समय तापमान
5ः30 15.0
8ः30 15.0
11ः30 23.0
14ः30 25.6
17ः30 24.8