ग्वालियर । मंडुआडीह से ग्वालियर आने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस का संचालन झांसी से ग्वालियर तक महिला स्टाफ ने किया। इसमें संचालन से लेकर सुरक्षा तक की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं ने संभाली। ट्रेन करीब 1.31 घंटे की देरी से ग्वालियर पहुंची। जहां रेलवे स्टेशन प्रबंधक पीपी चौबे ने महिला कर्मचारियों का स्वागत एवं सम्मान किया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर झांसी मंडल ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 11108 का संचालन महिलाओं को सौंपकर महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया। यह ट्रेन करीब 2.10 घंटे की देरी से सुबह 8.30 बजे झांसी पहुंची थी। जहां से पायलट की जिम्मेदारी लोको पायलट सीमा एवं पूनम शाक्य ने संभाली। इस ट्रेन में प्वाइंटमैन शबाना खान, गार्ड शिवानी वर्मा, टीसी पवित्रा शर्मा, शिवा मैथ्यु, प्रिया सक्सेना, प्रीती राज, सुष्मांजलि रमन थीं। जबकि झांसी स्टेशन पर उप स्टेशन प्रबंधक पूजा शर्मा ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान डीआरएम संदीप माथुर भी मौजूद थे। ट्रेन करीब 1.31 घंटे की देरी से ग्वालियर पहुंची। जहां डिप्टी एसएस ज्योति श्रीवास्तव ने ट्रेन की अगवानी की। इस अवसर पर स्टेशन प्रबंधक पीपी चौबे सहित अन्य स्टाफ ने महिला कर्मचारियों का स्वागत एवं सम्मान किया।
पहले से प्रशिक्षित है स्टाफ
महिला स्टाफ पहले भी ट्रेन का संचालन एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालता रहा है। पीआरओ मनोज कुमार सिंह के मुताबिक लोको पायलट पहले भी ट्रेन का संचालन करती रही हैं। इसमें ऐसा नहीं कि कोई विशेष ट्रेनिंग दी गई है। इसमें खास बात ये है कि पूरी ट्रेन में केवल महिला स्टाफ ही था।
महिलाएं नहीं किसी से कम
ट्रेन जब स्टेशन पर पहुंची तो सभी ने पूरे जोश से नारा लगाया नारी शक्ति जिंदाबाद। बुंदेलखंड एक्सप्रेस का संचालन करने वाली महिला कर्मचारियों का कहना है कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरूषों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर काम कर रही हैं। महिलाएं आज किसी भी मामले में किसी से कम नहीं हैं।