एक अप्रैल से शुरू होगी 21 दिवसीय ‘नमामि शिवना यात्रा’, वाहनों व रथ के काफिले में शामिल होंगे संत

मंदसौर / शिवना शुद्धिकरण के लिए महामंडलेश्वर मधुसूदन शास्त्री 1 अप्रैल को उद्गम स्थल सैलाना रतलाम से 21 दिवसीय नमामि शिवना यात्रा की शुरुआत करेंगे। यात्रा के लिए रोहतक बाबा मस्तनाथ पीठ के गादीपति वर्तमान अलवर के सांसद महंत बालकनाथ, सापला रोहतक के महामंडलेश्वर शंभु पंच देवता, अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालिदास बाबा को भी आमंत्रित किया है। 20 से अधिक वाहनों और रथ के काफिले के साथ संतों की मौजूदगी में यह यात्रा निकाली जाएगी। आकोदड़ा कामाख्या मंदिर के संत शास्त्री ने दूधाखेड़ी माता मंदिर में राष्ट्रीय धर्म सम्मेलन कराकर  साथ शिवना शुद्धिकरण की जिम्मेदारी उठाई थी। धर्म सम्मेलन के बाद शास्त्री को रोहतक में सापला रोहतक के महामंडलेश्वर शंभु पंच देवता अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालिदास बाबा ने महामंडलेश्वर की उपाधि से सम्मानित किया। महामंडलेश्वर बनने के बाद अभी वे नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने के लिए धर्म सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कई राष्ट्रीय संतों को शिवना शुद्धिकरण यात्रा की जानकारी देते हुए आमंत्रित किया।


यात्रा में शामिल होंगे ये लोग
इसमें सापला रोहतक के महामंडलेश्वर कालिदास बाबा, महामंडलेश्वर प्रकाशानंद झारखंड बैजनाथधाम, शुरु कुटी के महामंडलेश्वर संतोष गिरी महाराज, रोहतक के प्रसिद्ध बाबा मस्तनाथ पीठ के गादीपति वर्तमान अलवर के सांसद महंत बालकनाथ, अमृतसर के महंत छोटू नाथ, उप्र के महंत बरवाला आश्रम धाम के बिंदुनाथ के साथ शिवना पुत्र-पुत्रियां, स्थानीय संत व जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।


इस तरह निकाली जाएगी यात्रा


यह यात्रा सीतामऊ के पास शिवना के चंबल में मिलने वाले स्थान से होते वापस पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचेगी। यहां करीब 1 लाख लोगों की मौजूदगी में विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ समापन किया जाएगा।


राष्ट्रीय धर्म सम्मेलन में नमामि शिवना यात्रा की घोषणा की थी। अभी धर्म सम्मेलन के लिए नेपाल में हूं। 15 मार्च को यहां से मंदसौर के लिए प्रस्थान करूंगा। मंदसौर पहुंचते ही ऐतिहासिक शिवना यात्रा की तैयारी की जाएगी। यात्रा में कई राष्ट्रीय संत भी शामिल होंगे।


मधुसूदन शास्त्री, महामंडलेश्वर व आकोदड़ा कामाख्या मंदिर के संत