दो साल मां के बिना गुजार दिए, अब वह बुला रही है

भोपाल। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने शनिवार रात में घर में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। उसके पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें वह अपनी मां की मृत्यु के बाद गहरे तनाव से गुजरने की बात लिखी है। उसने लिखा है कि मां के बिना जिंदगी नहीं जी पा रहा हूं। दो साल तक मां के बिना जिंदगी बड़ी मुश्किल से काटी है, अब वह बुला रही है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है। अशोकागार्डन के एसआई पवन सेन के अनुसार सौभाग्य नगर में रहने वाले पंकज उपाध्याय (26) बीकॉम के बाद से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। वह बच्चों को भी कोचिंग दिया करता था। उसके पिता प्रदीप कुमार उपाध्याय गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में प्राइवेट जॉब करते हैं। उसकी दो बहनों में से एक बहन की शादी हो चुकी है। वहीं दूसरी बहन एमपीनगर में प्राइवेट नौकरी करती है। रोजाना की तरह शनिवार सुबह प्रदीप और उनकी छोटी बेटी डयूटी पर चले गए थे। शाम करीब सात बजे लौटे तो मकान का दरवाजा अंदर से बंद मिला। जब काफी देर तक कॉल करने के बाद भी बेटे ने फोन नहीं उठाया तो उन्होंने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ दिया। अंदर पंकज ने पंखे के हुक पर साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। इकलौते बेटे की मौत के परिवार में मातम पसरा है। दो साल पहले हुई थी मां की मौतः एसआई पवन सेन का कहना है कि पंकज की मां की मृत्यु दो साल पहले हो चुकी है। इसके बाद से पंकज काफी अवसाद में था। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि वह मां के बिना जिंदा नहीं रहा सकता है। मां की हर समय याद आती रहती है। उसने मां के बिना दो साल गुजार लिए हैं, लेकिन अब जीना मुश्किल है। डेढ़ पन्ने के सुसाइड नोट में मां का ही जिक्र है। उसने आखिर में अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं बताया है। उसके परिजन इकलौते बेटे के द्वारा इस तरह खुदकशी करने से बेहद दुखी हैं। इस कारण से परिजनों के बयान बाद में दर्ज करेंगे। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।